What Does baglamukhi sadhna Mean?
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१. मुष्क-युग्मकम्= दोनो अण्ड-कोष। सर्व-काम-प्रद एवं समृद्धि-दायक
।। श्रीबगला – मुखी-शत्रु-विनाशकं कवचम् ।।
सत्ये काली च श्रीविद्या, कमला भुवनेश्वरी ।
पीताम्बर-धरां सौम्यां, पीत-भूषण-भूषिताम् । स्वर्ण-सिंहासनस्थां च, मूले कल्प-तरोरधः ॥
जो साधक रात्रि में श्रीबगला-मुखी का ध्यान करते हुए उक्त मन्त्र का जप कर ‘कवच’ का
पीत-बन्धूक-पुष्पाभां, बुद्धि-नाशन-तत्पराम् ।
सिद्ध-विद्या महेशानि!, त्रिशक्तिर्बगला शिवे! । ।
२४. श्रीपीतायै नमः पीत-वर्णा स्थिरता-बोधक शक्ति को नमस्कार।
श्रीब्रह्मास्त्र कल्पोक्त सूर्य- मण्डल-स्थित श्रीबगला- मुखी का ध्यान
Just as a stone sculpture produced by an artisan is consecrated and set up from the temple, and it's imparted a radiant method of the goddess or deity to ensure that it results in being respectable, revered, illuminated for all, likewise human beings also are wonderful operate godlike artisan, which is analogous to some transferring idol click here in this entire world-like temple.
अर्थात् सुवर्ण जैसी वर्णवाली, मणि-जटित सुवर्ण के सिंहासन पर विराजमान और पीले वस्त्र पहने हुई एवं ‘वसु-पद’ (अष्ट-पद/अष्टापद) सुवर्ण के मुकुट, कण्डल, हार, बाहु-बन्धादि भूषण पहने हुई एवं अपनी दाहिनी दो भुजाओं में नीचे वैरि-जिह्वा और ऊपर गदा लिए हुईं, ऐसे ही बाएँ दोनों हाथों में ऊपर पाश और नीचे वर धारण किए हुईं, चतुर्भुजा भवानी (भगवती) को प्रणाम करता हूँ।
गम्भीरां च मदोन्मत्तां, स्वर्ण-कान्ति-सम-प्रभाम् । चतुर्भुजां त्रि-नयनां, कमलासन – संस्थिताम् ।।
The headgear made use of to control a horse is named a bridle. For this reason Baglamukhi signifies the Goddess that has the facility to regulate and paralyze the enemies. Because of her capturing and paralyzing powers She's often known as Devi of Stambhana (स्तम्भन).
जङ्घा-युग्मे सदा पातु, बगला रिपु-मोहिनी । ‘स्तम्भये’ ति पदं ‘पृष्ठं, पातु वर्ण-त्रयं मम ।९